
न्यूज़ खबर इंडिया संवाददाता
जौनपुर जालसाज़ी के आरोप में जिला कारागार में बंद एक बंदी की बीती रात मौत होने से हड़कंप मच गया।
मृतक को मछलीशहर कोतवाली पुलिस ने बीते 13 अप्रैल को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
देर रात को ही मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई । मृतक के परिजनों को सूचना देने के बाद मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव का पंचनामा करके पोस्ट मार्टम कराया गया।
शनिवार की सुबह डीएम दिनेश चंद्र, एसपी डॉ कौस्तुभ ,सीडीओ ध्रुव खाड़िया, सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह टीम के साथ जिला कारागार पहुंच गई।
अधिकारियों की टीम ने बंदी की मौत से जुड़े सभी तथ्यों और पहलुओं पर गहराई से छानबीन की।
जिस बैरक में उक्त विचाराधीन बंदी को रखा गया था उसके साथ के अन्य लोगों से भी अधिकारियों ने बातचीत करके घटना से जुड़े तथ्यों के बारीकियों को समझा।
हालांकि इस बाबत पूछने पर डीएम ने जेल का रूटीन निरीक्षण बताया लेकिन जिला कारागार में बंदी की मौत , इसके तत्काल बाद अधिकारियों की टीम का पूरे लाव लश्कर के साथ जेल में घण्टों देर तक रेंडम चेकिंग करना खासा चर्चा का विषय बना हुआ है।
इससे जौनपुर जिला कारागार में व्याप्त तमाम खामियां कहीं न कहीं उजागर होती है।
मछलीशहर कोतवाली थाना क्षेत्र के शादीगंज दक्षिणी निवासी कुलदीप मौर्या पुत्र रामखेलावन उम्र 55 वर्ष को धोखाधड़ी , जालसाजी समेत आईपीसी की कई गंभीर धाराओं में पाबंद करते हुए पुलिस ने बीते 13 अप्रैल को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
शुक्रवार की देर रात उसकी तबियत बिगड़ गई। जेल सूत्रों के मुताबिक जेल प्रशासन उसे प्राथमिक उपचार के तौर पर पहले जेल में ही चिकित्सक से दवा वगैरह दिलवाया लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर
जेल प्रशासन उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां बंदी को देखते ही डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
जिस जमीन की जालसाजी के आरोप में मृतक कुलदीप मौर्य जेल गया था। उसी जमीन के मामले में मछलीशहर के चेयरमैन संजय जायसवाल करीब तीन महीने से जेल की सलाखों के पीछे हैं।
आरोप है कि मृतक कुलदीप ने कूटरचित दस्तावेज के सहारे दूसरे की जमीन को चेयरमैन संजय जायसवाल को बेच दिया था। लाखों रुपए कीमत वाली इस जमीन
की जालसाजी के पूरे खेल में अध्यक्ष संजय जायसवाल और कुलदीप मौर्य की बेहद ही मिली भगत थी