
न्यूज़ खबर इंडिया संवाददाता
चंदौली जौनपुर पुलिस के मुताबिक, 17 मई की रात करीब 12 बजे चंदवक पुलिस टीम खुज्झी मोड़ के पास चेकिंग कर रही थी। इस दौरान थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह और 8-10 पुलिसवाले मौजूद थे। तभी आजमगढ़ की ओर से पिकअप सवार गो-तस्कर आए।
पुलिस ने पिकअप को रोकने की कोशिश की, तो तस्करों ने गाड़ी की स्पीड और बढ़ा दी। पिकअप हेड कॉन्स्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह को रौंदते हुए निकल गई। यह पूरी घटना होटल में लगे CCTV में कैद हो गई।घटना के बाद साथी पुलिसवाले कॉन्स्टेबल को उठाते हैं। उन्हें तत्काल वाराणसी ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 12:46 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सिपाही दुर्गेश सिंह चंदौली के सकलडीहा थाना क्षेत्र के उकनी गांव के रहने वाले थे। 14 साल पहले पुलिस जॉइन की थी। दुर्गेश कीr शादी 2015 में हुई थी। पत्नी प्रियंका खुज्झी में प्राथमिक विद्यालय में टीचर हैं। प्रियंका सिधौनी गांव में किराए के मकान में 6 साल की बेटी नव्या और 2 साल की बेटी तान्या के साथ रहती हैं। दुर्गेश सिंह के पिता के पिता किसान हैं। मां गृहिणी हैं। बड़े भाई राजीव रंजन एयरफोर्स में हैं। उनकी तैनाती जोधपुर में है
चचेरे भाई राजू सिंह ने बताया- 15 मई की रात में दुर्गेश आधे घंटे के लिए घर आया था। उसने मुझसे भी मुलाकात की थी। जाते वक्त कहा था- जल्द ही फिर घर आऊंगा। लेकिन किसे पता था कि वह आखिरीt मुलाकात होगी। अब वो हमेशा के लिए चला गया।
भांजी ट्विंकल ने बताया- कल रात 10 बजे मेरी मामा से बात हुई थी। उन्होंने मेरा हाल चाल पूछा था। कहा था- तुमसे मिलने जल्द आऊंगा। गांव के लोगों का कहना है- दुर्गेश बेहद मिलनसार और शांत स्वभाव का था। गांव में हर किसी के सुख-दुख में साथ रहता था। अब उसकी मौत से पूरे गांव में मातम छा गया है। शहीद मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह को उनके पैतृक गांव उकनी, थाना सकलडीहा में रविवार को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उनके अदम्य साहस और वीरता को नमन करते हुए सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक जौनपुर, पुलिस अधीक्षक चंदौली सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, कर्मचारीगण एवं परिजन उपस्थित रहे। सभी ने शहीद की वीरता को स्मरण करते हुए उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की।