
न्यूज़ खबर इंडिया संवाददाता
आजमगढ़। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज आजमगढ़ जनपद में आ रहे हैं, वे आजमगढ़ में अपने नए पार्टी कार्यालय व आवास का उद्घाटन करेंगे। उनके आगमन को लेकर जहां जनपद के सपाई पूरी तैयारी में जुट गए हैं, वही उनके आगमन के विरोध में पूरे जिले में जगह-जगह ब्राह्मणों ने अपने घरों पर काले झंडे लगाए।
भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष हरिवंश मिश्रा ने बताया कि ब्राह्मण महासभा व विश्व हिंदू महासंघ के आह्वान पर आजमगढ़ जनपद में ब्राह्मणों ने अपने घरों पर काला झंडा लगाकर शांतिपूर्वक अपना विरोध व्यक्त किया है। उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने आप को पीडीए का महानायक कहने वाले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अगर चाहे होते तो इटावा में यादव और ब्राह्मणों के बीच हुए विवाद को बैठकर शांतिपूर्वक सुलह समझौते के आधार पर शांत कर दिए होते हैं लेकिन उनके द्वारा ऐसा न कर यादव और ब्राह्मणों के बीच गहरी खाई पैदा करने के लिए इस मामले को तूल दे दिया गया। उन्होंने कहा कि यादव और ब्राह्मणों के बीच पूर्व से ही मधुर संबंध रहे हैं, अगर ब्राह्मण पूजा पाठ करता है तो यादव उस पूजा पाठ में अपना सकारात्मक सहयोग करता है। आज जिस तरह से सोशल मीडिया पर ब्राह्मणों के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है उससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि अखिलेश यादव जाति और वर्ग में बंटवारा की राजनीति कर रहे हैं।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरिवंश मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अक्सर यह कहा जाता है कि बटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो सुरक्षित रहोगे। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा हिंदुओं को एक मंच पर लाने की मुहिम अखिलेश यादव को नहीं रास आ रही है। समाजवादी पार्टी द्वारा ब्राह्मणों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी पर हरिवंश मिश्रा ने कहा कि आज जनेश्वर मिश्र की आत्मा रो रही होगी कि उनके खून पसीने से बनाई गई समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अखिलेश यादव आज आसीन है, उनके द्वारा आज ब्राह्मणों को ही अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सांसद द्वारा यह बात कही गई थी पूरे मंत्र उच्चारण के साथ आज के उद्घाटन की प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। हरिवंश मिश्रा ने कहा कि वहां पर मौजूद ब्राह्मण अपने उदारवादी व्यवहार के चलते पूजा पाठ को जरूर पूरा कर आएगा लेकिन वह वहां दिल से मौजूद नहीं रहेगा।