
न्यूज़ खबर इंडिया
जौनपुर। थाना सरायख्वाजा, सर्विलांस सेल और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में ऑनलाइन ठगी करने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने गैंग के सरगना समेत कुल 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों में एक पर ₹10,000 का इनाम भी घोषित था। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से ₹4200 नकद, एक REALME Narzo मोबाइल फोन और एक अपाचे मोटरसाइकिल (UP62BH0152) बरामद की गई है।
घटना का खुलासा ऐसे हुआ:
पहली घटना 21 जून 2025 को सामने आई जब सचिन कुमार मिश्र निवासी कौशांबी ने थाने में तहरीर देकर बताया कि उन्होंने फेसबुक पर ट्रैक्टर खरीदने का विज्ञापन देखा और जौनपुर के आदमपुर पुलिया के पास पहुंचे, जहां 7-8 लोगों ने उनसे ट्रैक्टर दिखाने के नाम पर ₹1 लाख ऑनलाइन ठग लिए। इस पर थाना सरायख्वाजा में मु0अ0सं0-380/25 के अंतर्गत मामला दर्ज हुआ।
दूसरी घटना 19 जुलाई 2025 को विनोद कुमार पांडेय निवासी प्रयागराज द्वारा दर्ज कराई गई। उन्होंने भैंस खरीदने के ऑनलाइन विज्ञापन के माध्यम से संपर्क किया और ₹2 लाख की मांग की गई। जब उन्होंने असमर्थता जताई तो उन्हें गालियां दी गईं, मारा पीटा गया और धमकियां दी गईं। इस घटना पर मु0अ0सं0-430/25 के तहत केस दर्ज किया गया।
गिरफ्तारी कैसे हुई:
मुखबिर की सूचना पर 23 जुलाई 2025 को कुत्तूपुर चौराहे स्थित एक मंदिर के पास पुलिस ने घेराबंदी कर 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। कुछ देर बाद एक सफेद अपाचे बाइक से पहुंचे धनंजय यादव व राहुल यादव को भी घेराबंदी कर दबोच लिया गया। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से नकद पैसा, मोबाइल फोन और बाइक बरामद की गई।
पूछताछ में बड़ा खुलासा:
पूछताछ में गैंग के सरगना जितेन्द्र यादव ने बताया कि वह B.Tech पास है और इसी ने गैंग की योजना बनाई थी। गिरोह सोशल मीडिया पर भैंस और ट्रैक्टर बेचने के फर्जी विज्ञापन डालता था और फिर लोगों को सुनसान जगह बुलाकर उनसे पैसे ऐंठता था। कभी-कभी पैसे न मिलने पर गाली-गलौज, मारपीट और धमकी दी जाती थी। कई बार QR कोड के जरिए पैसे मंगवाए जाते थे।