
न्यूज़ खबर इंडिया
वाराणसी सूदखोर की प्रताड़ना और घर में घुस कर मारपीट, लूटपाट से आजिज आभूषण बनाने वाले कारीगर शुमंत सामंत उर्फ बिट्टू (35) के मौत के मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपी सूदखोर संतोष सेठ और उसके परिवार के चार लोगों को शुक्रवार को जेल भेज दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 813.09 ग्राम सोना, 1270 ग्राम चांदी, 1,25,700 रुपये नकद, 4.5 किलो सिक्के, 8 शंखपोला, 2 तांबे के तार, एक पीली कलाई घड़ी और 7 डायरी बरामद की है। आरोपियों के पास से बरामद माल की अनुमानित कीमत करीब 90 लाख रुपये है। गौरतलब है कि कोतवाली थाना क्षेत्र के सोराकुआं इलाके में किराए के मकान में रहने वाले पश्चिम बंगाल के मेदानिपुर निवासी आभूषण कारीगर बिट्टू की बुधवार रात संदिग्ध हाल में मौत हो गई थी। इस मामले में बिट्टू की मां रेखा सामंत ने कोतवाली थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनके बेटे को ब्रह्मा घाट इलाके में रहने वाले सर्राफा संतोष सेठ ने कई बार में करीब डेढ़ किलो सोना सूद पर दिया था। बिट्टू ने धीमे- धीमे कर सोने के साथ सूद का पैसा वापस कर दिया था, लेकिन संतोष सेठ दिए गए सोने पर दोगुना सूद वसूलने के लिए बिट्टू को परेशान करता था। मां रेखा का आरोप है कि बुधवार रात संतोष सेठ, अपनी पत्नी मीरा, बेटा अमन और बेटी खुशी समेत आठ लोगों के साथ घर में जबरन घुस गया और सभी चौथी मंजिल पर जाकर बिट्टू से दोगुने सूद की मांग करने लगे। इस दौरान चारों ने मिलकर बिट्टू के साथ मारपीट की और आलमारी तोड़ कर उसमें रखे सोने-चांदी के आभूषण के साथ नकदी लूट ले गए। उनके जाने के बाद बिट्टू ने जहर खा लिया।