भागवत कथा सुनने से नही रहता मृत्यु का भय-आचार्य शिव स्वरूप महाराज
भागवत कथा के पूर्व निकली कलश यात्रा

चंदवक न्यूज़ खबर इंडिया संवाददाता अर्पिता
अत्यधिक संसाधन के सुख सुविधाओं ने आज के परिवेश को ऐसा बदल दिया कि लोग भक्ति के मार्ग से बंचित होते जा रहे इसी कारण नई पीढ़ी में संस्कार सिस्टाचार विलुप्त होती जा रही है।आज प्रत्येक ब्यक्ति मे मृत्यु का भय बना है कब किस घड़ी आकस्मिक ,बीमारी ,दुर्घटना से मौत हो जाय कोई गारंटी नही।
ऐसी परिस्थिति में भागवत कथा की पूरी गारंटी है कथा श्रवण मात्र से ही मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है। मोक्ष की प्राप्ति के लिए भक्ति मार्ग ही सर्वोच्च मार्ग है।उक्त बातें क्षेत्र के रेहारी गांव में सात दिवसीय भागवत कथा के आयोजन में बृन्दावन से आये कथा वाचक आचार्य श्री शिव स्वरूप महाराज ने कही । भागवत कथा के पूर्व सोमवार सुबह ग्रामीणों के साथ महिलाओं ने बगल के बरहपुर घाट के गोमती नदी से जल लेकर कलश यात्रा निकाली ।आयोजक प्रधान धर्मेंद्र सिंह नखड़ू ने आगंतुकों का आभार ब्यक्त किया।
इस अवसर पर सहयोगी आचार्य उमेश्वर कुमार,पारितोष पाठक,दीपक तिवारी, पूर्व प्रधान सुरेन्द्र जायसवाल,पिंटू सिंह,सदस्य जिला पंचायत उषा किरण सहित अन्य लोग रहे।