
न्यूज़ खबर इंडिया संवाददाता
फतेहपुर उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से एक बेहद दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक विवाहिता ने अपने दो वर्षीय बेटे के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला के परिजनों का आरोप है कि ससुराल में लगातार प्रताड़ना के चलते उसने यह कदम उठाया।
हमीरपुर निवासी संतराम की बेटी शिल्पी (26) की शादी करीब चार साल पहले फतेहपुर के बुद्धपाल निषाद से हुई थी। शिल्पी का दो साल का बेटा भी था, जिसका नाम बबुआ बताया गया है। शिल्पी का पति बुद्धपाल सूरत (गुजरात) में निजी नौकरी करता है और हाल ही में एक महीने पहले ही गांव लौटा था।
शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे शिल्पी की सास कलावती से किसी बात पर कहासुनी हो गई। इसके बाद वह अपने बेटे को लेकर घर से निकल पड़ी। रास्ते में उसने अपने पिता संतराम को फोन कर कहा, “मेरे लिए कफन लेकर आ जाना।” इस बात को सुनकर पिता स्तब्ध रह गया और उसने तुरंत दामाद और शिल्पी के ससुर को सूचना दी।
करीब दो घंटे की तलाश के बाद गांव से लगभग दो किलोमीटर दूर एक नीम के पेड़ पर शिल्पी और उसके बेटे के शव लटके मिले। दोनों को एक ही साड़ी से फांसी लगाई गई थी। साड़ी के एक सिरे से शिल्पी और दूसरे सिरे से मासूम बेटे का गला बंधा था। यह दृश्य देखकर परिजनों और गांव वालों के होश उड़ गए।
शिल्पी के पिता का कहना है कि उसकी बेटी तीन महीने की गर्भवती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सास कलावती अक्सर गाली-गलौज और मारपीट करती थी। वहीं, ससुर रामऔतार और पति बुद्धपाल शराब पीकर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे।
प्रभारी निरीक्षक श्याम सुंदरलाल श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और ससुराल पक्ष के लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।