
न्यूज़ खबर इंडिया
जौनपुर। सरायख्वाजा स्थानीय थाना क्षेत्र के बहाउद्दीनपुर गांव के पास जाने वाली नहर मेंभतीजे को बचाने के चक्कर में चाचा खुद नहर में डूब गया और लापता हो गया। परिजनों को जानकारी मिली करीब 5 किलोमीटर तक नहर में खोजबीन की गई कहीं कुछ पता नहीं चला।
बता दें कि बहाऊदीनपुर गांव निवासी 42 वर्षीय संतोष यादव नहर शारदा सहायक खंड 32 नहर के पास ही पशुपालन से दूध का कारोबार करता है। नहर इस समय काफी उफनाई है और वह पुल से न जाकर सीधे नहर पार करने के लिए भतीजे 7 वर्षीय भतीजे आर्यन को कंधे पर बैठकर घर की तरफ पार करने लगा। जैसे वह नहर के किनारे पहुंचा, उसका पैर फिसल गया। इस दौरान वह बच्चे को उठाकर नहर के किनारे पर फेंक दिया और खुद संतुलन खो बैठा और नहर में डूब गया।
मामले की सूचना पर गांव वालों परिजन भी मौके पर पहुंच गए लेकिन उसका संतोष का कुछ अता पता नहीं था। लोगों ने खोजबीन के लिए अनुभवी तैराक व गोताखोर को भी बुलाया और करीब नहर में 5 किलोमीटर तक चांदी गहना, दुधौरा तक खोजबीन की लेकिन डूब कर लापता हुआ संतोष नहीं मिला। मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर डूबे संतोष की तलाश में जुटी हुई है। घटना से परिजनों में अनहोनी की आशंका बनी हुई है। हालांकि भतीजा ही डूबने की बात को बताया है। बाकी डूबते हुए किसी ने नहीं देखा था।
बता दें कि संतोष की मौत से एक लड़के आदर्श 18 वर्ष दो पुत्री आरुषि 7 शिबू 17 वर्ष के सिर से पिता का साया उठ गया। पत्नी और परिवार का रो—रोकर बुला हाल हो गया है। खबर लिखे जाने तक नहर में डूबे युवक का पता नहीं चल सका है। थाना प्रभारी विनय प्रकाश सिंह को संपर्क किया गया लेकिन संपर्क नहीं हुआ।