
न्यूज़ खबर इंडिया
वाराणसी। काशी इस बार एक ऐतिहासिक अवसर की साक्षी बनने जा रही है। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम 10 से 12 सितंबर तक तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी आ रहे हैं। यहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर भारत–मॉरीशस के रिश्तों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
रिश्तों में नई ऊर्जा की उम्मीद
भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक संबंध रहे हैं। गंगा-गिरि की संतान कहे जाने वाले प्रवासी भारतीयों की बड़ी आबादी आज भी मॉरीशस में बसती है। ऐसे में यह दौरा विशेष महत्व रखता है।
वार्ता में व्यापारिक सहयोग, आईटी और डिजिटल इंडिया पहल में भागीदारी, समुद्री सुरक्षा, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।
भारत मॉरीशस को हिंद महासागर क्षेत्र में एक अहम साझेदार मानता है। वहीं मॉरीशस की ओर से भी भारत के साथ निवेश और पर्यटन को बढ़ावा देने की मंशा जताई गई है।
काशी में विशेष आकर्षण
प्रधानमंत्री रामगुलाम का गंगा आरती देखना और बाबा विश्वनाथ का दर्शन इस दौरे का आध्यात्मिक पक्ष है, जो दोनों देशों के सांस्कृतिक जुड़ाव को नई मजबूती देगा। काशीवासी भी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।